Jagruk yputh news- (मुरादाबाद) Sabih Khan sebagai-टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक और भारतीय मूल के व्यक्ति ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। एप्पल, जो विश्व की सबसे बड़ी और नवाचार से भरी कंपनियों में से एक है, ने भारतीय मूल के सबीह खान को अपना नया मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) नियुक्त किया है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्मे सबीह खान ने अपने 30 वर्षों के करियर में एप्पल की वैश्विक सप्लाई चेन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। कंपनी के सीईओ टिम कुक ने उन्हें सप्लाई चेन का प्रमुख रणनीतिकार बताया है। यह नियुक्ति न केवल उनके लिए, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का क्षण है। आइए जानते हैं, कौन हैं सबीह खान और कैसे उन्होंने मुरादाबाद से सिलिकॉन वैली तक का यह प्रेरणादायक सफर तय किया।
Sabih Khan sebagai : सबीह खान कौन हैं?सबीह खान का जन्म 1966 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ था, जिसे ‘पीतल नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है। उनके परिवार ने उनके बचपन में ही भारत छोड़कर सिंगापुर का रुख किया, और बाद में वे अमेरिका चले गए। यह यात्रा उनके लिए केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी की शुरुआत थी, जो आज लाखों युवाओं के लिए मिसाल बन चुकी है।
सबीह खान ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी जगह बनाई। वे पिछले 30 वर्षों से एप्पल के साथ जुड़े हुए हैं और इस दौरान उन्होंने कंपनी की वैश्विक रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें गूगल के सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला जैसे भारतीय मूल के दिग्गजों की सूची में शामिल कर दिया है।
Sabih Khan sebagai : शिक्षा और शुरुआती करियरसबीह खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भारत में शुरू की, लेकिन पांचवीं कक्षा के बाद उनका परिवार सिंगापुर चला गया। वहां से उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए कदम रखा। उन्होंने टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डुअल बैचलर डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने रेन्सेलेर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट (RPI) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की।
एप्पल से पहले, सबीह खान ने जीई प्लास्टिक्स में एप्लिकेशन डेवलपमेंट इंजीनियर और प्रमुख अकाउंट टेक्निकल लीडर के रूप में काम किया। इस दौरान उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें ध्यान का केंद्र बनाया। 1995 में, उन्होंने एप्पल की प्रोक्योरमेंट टीम में कदम रखा, जिसने उनके करियर को एक नया आयाम दिया।
Sabih Khan sebagai : एप्पल में सबीह खान का योगदान1995 में एप्पल में शामिल होने के बाद, सबीह खान ने कंपनी के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान दिया। उन्होंने प्रोडक्ट क्वालिटी, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, मैन्युफैक्चरिंग, और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। 2019 में, उन्हें सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ऑपरेशंस का पद दिया गया, जहां उन्होंने कंपनी की वैश्विक सप्लाई चेन और आपूर्तिकर्ता जिम्मेदारी कार्यक्रमों की देखरेख की।
कोविड-19 महामारी के दौरान, जब वैश्विक सप्लाई चेन पर भारी दबाव था, सबीह खान ने अपनी रणनीतिक सोच से एप्पल की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर रखा। उनकी नेतृत्व क्षमता ने कंपनी को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया। इसके अलावा, उन्होंने ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग पहल को बढ़ावा दिया और आपूर्तिकर्ताओं के साथ साझेदारी करके पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम किया।
Sabih Khan sebagai : सप्लाई चेन के मास्टरमाइंडएप्पल के सीईओ टिम कुक ने सबीह खान को सप्लाई चेन का मास्टरमाइंड बताया है। उनकी रणनीतियों ने न केवल कंपनी के उत्पादों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से वैश्विक बाजारों तक पहुंचाया, बल्कि कंपनी की पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को भी मजबूत किया। उनके नेतृत्व में, एप्पल ने अपने कार्बन फुटप्रिंट को 60% तक कम किया, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सबीह खान ने नई मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों को अपनाने और अमेरिका में उत्पादन इकाइयों के विस्तार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी रणनीतिक सोच ने एप्पल को वैश्विक चुनौतियों, जैसे कि टैरिफ समस्याओं और आईफोन की बिक्री में गिरावट, से निपटने में मदद की। उनकी यह क्षमता उन्हें एक असाधारण नेता बनाती है।
Sabih Khan sebagai : टिम कुक की प्रशंसाएप्पल के सीईओ टिम कुक ने सबीह खान की नियुक्ति पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “सबीह एक शानदार रणनीतिकार और एप्पल की सप्लाई चेन के प्रमुख आर्किटेक्ट हैं। उन्होंने दिल और मूल्यों के साथ नेतृत्व किया है, जिससे कंपनी को वैश्विक चुनौतियों के बीच भी फुर्तीला बनाए रखा है। मुझे पूरा विश्वास है कि वे एक असाधारण COO साबित होंगे।”
कुक ने यह भी बताया कि सबीह ने एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी को अपनाने और अमेरिका में उत्पादन क्षमता बढ़ाने में अहम योगदान दिया। उनकी रणनीतियों ने एप्पल को न केवल तकनीकी रूप से मजबूत किया, बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारियों को भी पूरा करने में मदद की।
सबीह खान की कहानी मुरादाबाद के छोटे से शहर से शुरू होकर सिलिकॉन वैली तक पहुंची है, जो मेहनत, लगन, और प्रतिभा का जीवंत उदाहरण है। उनकी नियुक्ति न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल को दर्शाती है, बल्कि भारतीय प्रतिभा की वैश्विक पहचान को भी रेखांकित करती है। सबीह खान ने यह साबित कर दिया कि सही दृष्टिकोण और कठिन परिश्रम से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।
एप्पल में उनकी नई भूमिका कंपनी के भविष्य को और मजबूत करेगी, खासकर ऐसे समय में जब भारत एप्पल की वैश्विक रणनीति में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। सबीह खान का यह सफर हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करने का जुनून रखता है।
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